Sort Program

SortProgram का डाउनलोड लिंक और प्रयोगविधि

SortProgram नाम का एक नया सॉफ्टवेयर रोमन लिपि में लिखित संस्कृत शब्दकोषों में मनचाहे शब्दों या अक्षर-समूहों को खोजकर उनके अनुसार नए फाइल बनाने के लिए मैंने तैयार किया है (यद्यपि चीनी लिपि के सिवा सभी लिपियों के लिए यह सॉफ्टवेयर कारगर है)|

नीचे FILES टैब क्लिक करने पर SortProgram.txt मिलेगा जिसे डाउनलोड करने के बाद नाम बदलकर SortProgram.exe कर लें ।

उदाहरणार्थ, संस्कृत-अंग्रेजी में सबसे अच्छा शब्दकोष सर मोनिएर विलियम्स का है, जिसे टेक्स्ट फाइल के रूप में डिजिटाइज़ करके इन्टरनेट पर जर्मनी के एक विश्वविद्यालय ने उपलब्ध कराया है ( mw_orig.txt ), उसमें "cl." को खोजने पर सारे क्रियापद (root या धातु) नए फाइल में संगृहीत हो जायेंगे | फाइल का नाम और स्ट्रिंग जैसा चाहे वैसा कर सकते हैं | स्ट्रिंग की लम्बाई अधिकतम 65535 अक्षरों की हो सकती है, यद्यपि इतने लम्बे स्ट्रिंग की कभी आवश्यकता नहीं पड़ेगी |

मूल फाइल कोई टेक्स्ट फाइल ही हो यह आवश्यक नहीं है, यद्यपि यह प्रोग्राम टेक्स्ट फाइल के लिए ही बनाया गया है | यदि किसी दूसरे फॉर्मेट के फाइल पर कार्य करना हो तो नए आउटपुट फाइल का एक्सटेंशन ".txt से बदलकर उस फॉर्मेट के अनुसार कर दें और एक्स्ट्रा-लाइन वाला आप्शन न चुने, तब फॉर्मेट ज्यों का त्यों रहेगा |
मूल फाइल में पचास लाख से अधिक अलग-अलग लाइन हो तो यह प्रोग्राम कार्य नहीं करेगा, यद्यपि यह सीमा बढ़ाकर चार अरब लाइन तक की जा सकती है, अर्थात सैकड़ों GB का एक ही फाइल (जो सम्भव नहीं है) | मेरे लैपटॉप में एक सेकंड में लगभग 15 MB का मूल फाइल सॉर्ट हो जाता है, अर्थात लगभग एक लाख लाइन प्रति सेकंड से अधिक की गति है |
इन्टरनेट पर सर्वर से वायरस की संभावना exe फाइल में अक्सर हो जाती है, अतः एक्सटेंसन "kkk" रखकर अपलोड किया है, डाउनलोड करने के बाद उसे "exe" के रूप में rename कर लें और run करें | प्रोग्राम कैसे कार्य करेगा यह उसी में लिखा है |

संस्कृत धातुओं के दस "वर्ग" (class) होते हैं, जिन्हें उक्त शब्दकोष में "cl." दिखाया गया है | यदि "cl." के स्थान पर "mfn" स्ट्रिंग खोजेंगे तो ऐसे सभी संज्ञा-पदों की फाइल बन जायेगी जिनके तीनों लिंग होते हैं — उक्त शब्दकोष में ऐसे 62027 संज्ञा हैं | यदि केवल "mf" खोजेंगे तो 73810 शब्द मिलेंगे | इन शब्दों के अर्थसहित पूरे पैराग्राफ नए फाइल में आ जायेंगे | केवल पुल्लिंग शब्दों की सूची चाहिए तो स्ट्रिंग "m." होना चाहिए, केवल स्त्रीलिंग के लिए "f." | मूल फाइल की संरचना का ज्ञान हो तो इस सॉफ्टवेयर द्वारा कई अजूबे सम्भव हैं |

इस सॉफ्टवेयर से क्या-क्या सम्भव है यह पूरी तरह से दिखाना सम्भव नहीं | कुछ उदाहरण दे रहा हूँ
मोनिएर विलियम्स के उपरोक्त mw_orig.txt शब्दकोष से कुछ उदाहरण प्रस्तुत हैं :-
स्ट्रिंग यदि ‹¯R.› चुनेंगे तो वाल्मीकि रामायण से कुल 8232 शब्दों की सूची बन जायेगी जिनका इस शब्दकोष में अर्थसहित उल्लेख है | वाल्मीकि रामायण पर अनुसंधान में यह कार्य देगा |
स्ट्रिंग यदि 0{pari चुनेंगे तो ऐसे सभी 2022 शब्दों की सूची बन जायेगी जिनके आरम्भ में "परि-" उपसर्ग है | स्ट्रिंग के आरम्भ में "0" नहीं देंगे तो पैराग्राफ के बीच में पड़ने वाले ऐसे शब्द भी सूची में चले आयेंगे |
यदि स्ट्रिंग ‹¯RV.› है तो ऋग्वेद से लिए गए सभी 7856 शब्दों की सूची बन जायेगी !
महाभारत से इस शब्दकोष में कुल 20141 शब्द आये हैं जिन्हें चुनने के लिए स्ट्रिंग ‹¯MBh.› चाहिए |
आयुर्वेद के ग्रन्थ सुश्रुत संहिता (‹¯Sus3r.›) से 5452 शब्द हैं |
शुक्ल यजुर्वेद की वाजसनेयी संहिता से 2215 शब्द हैं (‹¯VS.›)|
श्रीमद्-भगवत-पुराण ( BhP. ) से 8044 उद्धरण हैं |
S3iva ("शिव") के 2077 उद्धरण हैं |
मनुस्मृति ( Mn. ) से 7002 उद्धरण हैं |
शब्दकोष में पृथक पैराग्राफ कुल 30034 हैं जिनका स्ट्रिंग है <H1> अर्थात "प्रथम Header" |
इसी प्रकार शिवराम वामन आप्टे के Practical Sanskrit English Dictionary के डिजिटल फाइल ap90_orig.txt को जर्मन वेबसाइट से डाउनलोड करें और उसकी संरचना को समझने के बाद समुचित स्ट्रिंग का प्रयोग करें | उदाहरणार्थ, उसमें स्ट्रिंग "Den." चुनने पर सारे 392 Denominative शब्द आ जायेंगे | उस शब्द को Denominative कहते हैं जो संज्ञा नहीं हैं किन्तु संज्ञा से बनते हैं और वर्तनी (स्पेल्लिंग) भी संज्ञा वाली ही रहती है, जैसे कि अंग्रेजी क्रिया "To mushroom" |
मेरा यह प्रोग्राम सारे किस्म के फाइल खोल सकता है, किन्तु सभी फाइलों को जाँच नहीं सकते हैं | उदाहरणार्थ, Monlam Grand Tibetan Dictinary.exe खुल तो जाएगा, उसमें से कुछ भी खोज नहीं पाइयेगा क्योंकि वह किसी मानवीय भाषा में नहीं है बल्कि executable प्रोग्राम की भाषा में है | महेश योगी जी के वेबसाइट पर संस्कृत का विशाल भण्डार है, किन्तु उनलोगों ने जानबूझकर अपने गोपनीय फॉण्ट में इस तरह से टाइप किया है कि उसे किसी दूसरे प्रोग्राम में पढ़ना सम्भव नहीं है, केवल PDF फाइल के रूप में उसे पढ़ सकते हैं |
गणितीय सारिणियाँ, वर्षा के आँकड़े, आदि के लिए भी इस प्रोग्राम का प्रयोग सम्भव है, बशर्ते फॉर्मेट सही हो |
भारतीय वाङ्गमय के लिए ही नहीं, किसी भी भाषा के ग्रन्थ हेतु यह सॉफ्टवेयर कारगर है जो तीन शर्तें पूरी करें — (1) कम्प्यूटर पर टाइप किया हुआ फाइल हो, अर्थात डिजिटल ग्रन्थ हो, (2) उसके भीतर की वस्तु अलग-अलग पंक्तियों (लाइन) में हो, अर्थात पूरा ग्रन्थ एक ही लाइन में नहीं हो, और (3) जिस फॉण्ट में टाइप किया गया है वह सामान्य कीबोर्ड वाला फॉण्ट हो, चीनी भाषा की तरह स्पेशल चिह्नों वाला फॉण्ट न हो | केवल साहित्यिक ही नहीं, गणितीय सारिणियाँ आदि हेतु भी यह सॉफ्टवेयर कारगर है |
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अधिमास सॉफ्टवेयर

४३२ करोड़ वर्ष के सम्पूर्ण वर्तमान कल्प हेतु अधिमास (मलमास),क्षयमास,संक्रान्तियों का समय तथा संक्रान्तियों के काल में तिथि ज्ञात करने का सॉफ्टवेयर मैंने दो दशक पहले बनाया था । इस सॉफ्टवेयर में ऐसे बहुत से लक्षण थे जिन कारणों से इसका वितरण अब असम्भव हो गया था,जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट वर्ड से इण्टेग्रेशन,एक्टिव−एक्स कण्ट्रोल (जिन्हें अब माइक्रोसॉफ्ट प्रतिबन्धित कर चुकी है),आदि । उन समस्त लक्षणों को हटाकर इस सॉफ्टवेयर को मैंने वितरण हेतु बना दिया है । इसमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण परिवर्तन यह किया है कि सवा पाँच सौ वर्ष पुरानी सूर्यसिद्धान्तीय मकरन्द सारिणी को हटाकर मैंने विशुद्ध सूर्यसिद्धान्तीय सूत्रों का गणित इसमें दिया है जिस कारण संक्रान्तियों के काल में नाममात्र का अन्तर आया है । इसका आउटपुट देखने के लिए 2DevMithila.ttf फॉण्ट का इन्सटॉल्ड रहना अनिवार्य है जो कुण्डली सॉफ्टवेयर के साथ वितरित होता है (गूगल ड्राइव पर ही कुण्डलीस्टोर फोल्डर में 2DevMithila.ttf फॉण्ट मिलेगा ।)।

अधिमास सॉफ्टवेयर किसी भी ड्राइव वा फोल्डर से कार्य करेगा,किन्तु केवल विण्डो ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए है । १०० वर्षों की गणना एकसाथ करने में मेरे लैपटॉप को १ मिनट लगता है,अतः एकसाथ बहुत से वर्षों की गणना मत करें । दिनाङ्क ईस्वी में है और सौरसमय घण्टादि में । मलमास सहित एवं रहित धार्मिक वर्ष की दिनसंख्या भी मिलेगी । प्राचीन भारत के भौगोलिक ज्योतिषीय केन्द्र विदिशा डिफॉल्ट है,उसके बदले पृथ्वी के किसी भी स्थान का अक्षांश एवं रेखांश डाल सकते हैं । किसी वर्ष भारत के विभिन्न स्थानों पर संक्रान्ति के काल में अन्तर का भी पता लगा सकते हैं ।

जैसी परिभाषा क्षयतिथि एवं तिथिवृद्धि की है,वैसी ही क्षयमास एवं अधिकमास की है । लगभग तीन वर्षों में एक अधिकमास आता है । किन्तु क्षयमास दुर्लभ है जिस कारण अब लोग इसे भूल चुके हैं । जिस वर्ष में क्षयमास पड़ता है उस वर्ष में दो अधिकमास पड़ते हैं,और तब कई स्थानों पर पञ्चाङ्कार एक क्षयमास और एक अधिकमास को बराबर मानकर शुद्धमास घोषित कर देते हैं और केवल एक अधिकमास उस वर्ष में मानते हैं,जो सर्वथा शास्त्रविरुद्ध है क्योंकि क्षयमास एवं अधिकमास दोनों को धार्मिक कृत्यों के लिए अधुद्ध माना गया है । ईस्वी १९१३ से २०२६ के बीच ११४ वर्षों में दो क्षयमास पड़े । इसी कालखण्ड में दृक्सिद्धान्त तथा सूर्यसिद्धान्त में दो बार अधिकमास में भी अन्तर पाया गया । दृक्सिद्धान्त का किसी धार्मिक व्यवहार में उपयोग वर्जित है,केवल दर्शनीय घटनाओं में प्रयोग है ।

जिस तिथि को दो सूर्योदयों का सूर्य देखे उस तिथि की वृद्धि संज्ञा होती है,अर्थात् उन दोनों दिनों में वही तिथि मान्य होती है । जिस तिथि को किसी सूर्योदय का सूर्य न देख सके उस तिथि का क्षय माना जाता है ।
इसी प्रकार जिस चान्द्रमास में दो संक्रान्ति हों उस मास का अधिकमास होता है,अर्थात् उस वर्ष वह मास दो बार लगातार आता है जिसमें बाद वाले को अधिकमास अर्थवा मलमास कहते हैं । जिस चान्द्रमास में एक भी संक्रान्ति न हो उस मास का क्षय होता है,अर्थात् उस वर्ष वह मास आता ही नहीं । किन्तु तब उस वर्ष दो बार अधिकमास आता है । ईस्वी १९६३ एवं १९८२ में क्षयमास आये थे किन्तु तब एक क्षयमास और एक अधिकमास को शुद्ध मानकर पञ्चाङ्गकारों ने केवल एक अधिकमास ही दिखाया!यह शास्त्र के साथ खिलवाड़ है । क्षयमास और अधिकमास में उपनयन,विवाह आदि एवं समस्त पर्व वर्जित हैं ।

प्राचीन शिलालेख आदि की तिथि,मास आदि कह जाँच में इस सॉफ्टवेयर का बहुत लाभ है,क्योंकि प्राचीन काल में पूरा भारत और प्रौतिहासिक काल में पूरा विश्व सूर्यसिद्धान्त का ही प्रयोग करता था ।

अधिमास सॉफ्टवेयर का लिंक

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संस्कृत शब्दकोषों के लिंक

मेरे गूगल ड्राइव पर सर मोनियर विलियम्स के मूल प्रकाशित शब्दकोष का PDF (207 MB, 1899 AD) =

सर मोनियर विलियम्स का मूल प्रकाशित शब्दकोष

संस्कृत का विशाल शब्दकोष ”वाचस्पत्यम्” :—
वाचस्पत्यम् का देवनागरी पाठ

संस्कृत का विशाल शब्दकोष ”शब्दकल्पद्रुम” :—
शब्दकल्पद्रुम का देवनागरी पाठ

संस्कृत का विशालतम क्रियापद−रूपसंग्रह (धातुरूप) ”कृदन्तरूपमाला” :—
कृदन्तरूपमाला का देवनागरी पाठ

कृदन्तरूपमाला का कौमा पृथक्कृत देवनागरी पाठ

सम्पूर्ण शाकल ऋग्वेद का सस्वर यूनीकोड डिजिटल संस्करण :—
सम्पूर्ण शाकल ऋग्वेद का सस्वर यूनीकोड डिजिटल संस्करण

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SmartVideoEditor

यह माइक्रोसॉफ्ट विण्डो पर ही कार्य करेगा,मैक वा लायनक्स आदि पर नहीं ।
SmartVideoStudioFull.rar को मेरे गूगल ड्राइव से डाउनलोड करें =
SmartVideoEditor_Full_Package

फिर उसे WinRar द्वारा एक्सट्रैक्ट करें । जो फोल्डर मिलेगा उसे मनचाहे ड्राइव में कॉपी करें,बेहतर होगा कि सिस्टम ड्राइव में न करें क्योंकि वहाँ विण्डो बाधित कर सकता है ।

SmartVideoStudioFull फोल्डर का नाम SmartVideoStudio कर लें ।

SmartVideoStudio में जितने भी .kkk एक्सटेंशन वाले फाइल हैं उनको .exe एक्सटेंशन में बदल लें,नाम न बदलें । जैसे कि ffmpeg.kkk को ffmpeg.exe बना लें ।

विण्डो की सिस्टम डायरेक्टरी ३२ बिट हेतु C:\Windows\System32 एवं ५४ बिट हेतु C:\Windows\SysWOW64 है,उन दोनों में ffmpeg.exe , ffplay.exe एवं ffprobe.exe को कॉपी कर लें ।

ffmpeg.exe , ffplay.exe एवं ffprobe.exe के नये वर्सन यहाँ अपलोड नहीं हो सकते हैं,SmartVideoStudioFull.rar में ज्ञानद्वीप के नये वर्सन हैं । विण्डो की सिस्टम डायरेक्टरी ३२ बिट हेतु C:\Windows\System32 एवं ५४ बिट हेतु C:\Windows\SysWOW64 है ।

अब SmartVideoEditor.exe को रन करने पर प्रोग्राम चालू होगा । चालू न हो तो इसे राइट−क्लिक करके प्रोग्राम को SmartVideoEditor.exe विण्डो−७ वा XP3 हेतु कम्पैटिबल बना लें ।

SmartVideoEditor.exe रन होने पर पहले Action > Open Media द्वारा वाञ्छित वीडियो को चुनें । तब Action > Select Filters द्वारा मनचाहे फिल्टरों को चुनें । अधिक वीडियो फिल्टरों को एकसाथ चुनने पर घण्टों वा कई दिनों तक कम्प्यूटर व्यस्त रह सकता है । तब प्ले बटन दबाकर आउटपुट की गुणवत्ता जाँचे,अच्दा न लगे तो फिल्टरों के पैरामीटरों को बदलकर जाँचे । “प्ले” बटन कम से कम एक बार अवश्य दबायें,भले ही जाँच न करनी हो,क्योंकि तभी चुना हुआ पथ और फाइल प्रोग्राम पहचान सकेगा । तत्पश्चात यदि आउटपुट को सेव करना हो तो “रेण्डर” बटन” दबाकर प्रतीक्षा करें । यदि कार्य न करे तो फिल्टर आदि की संख्या घटायें ।

SmartVideoEditor में FFMPEG की लाइब्रेरी के अधिकांश वीडियो और ऑडियो फिल्टर हैं,इतने फिल्टर किसी अन्य वीडियो एडिटर में नहीं मिलेंगे । SmartVideoEditor में कोडेक वाले फिल्टरों को मैंने नहीं दिया है क्योंकि सारे मुफ्त वीडियो एडिटरों में वे रहते ही हैं । वीडियो फाइल का एक्सटेंसन नहीं बदलेंगे तो कोडेक की चिन्ता नहीं करनी पड़ेगी । सामान्यतः MP4 फार्मेट अधिकांश वीडियो के लिये पर्याप्त है ।

SmartVideoEditor विश्व का सर्वोत्तम वीडियो एडिटर है । इसमें और भी बहुत से फिल्टर जोड़े जा सकते हैं । यह FFMPEG पर आधारित है जो विश्व की सर्वोत्तम ऑडियो−वीडियो लाइब्रेरी है । उसके नवीनतम विण्डो वर्सन का इसमें प्रयोग है ।

SmartVideoEditor विश्व का सर्वोत्तम वीडियो एडिटर है । इसमें और भी बहुत से फिल्टर जोड़े जा सकते हैं । यह FFMPEG पर आधारित है जो विश्व की सर्वोत्तम ऑडियो−वीडियो लाइब्रेरी है और विश्व के अधिकांश प्रसिद्ध वीडियो सॉफ्टवेयरों द्वारा प्रयुक्त की जाती है । उसके नवीनतम विण्डो वर्सन का इसमें प्रयोग है । सहस्रों वैज्ञानिकों ने ओपेन−सोर्स के रूप में FFMPEG को विकसित किया, जो बना तो लायनक्स के लिये किन्तु उसका विण्डो वर्सन भी उपलब्ध है जो उपरोक्त लिंक में मिलेगा ।

FFMPEG फिल्टरों के बहुत से पैरामीटरों को SmartVideoEditor द्वारा मनचाहे तरीके से बदल कर मनचाही गुणवत्ता का वीडियो बनाया जा सकता है । इतने अधिक पैरामीटर किसी वीडियो एडिटर में नहीं हैं । किन्तु इन सभी पैरामीटरों का अनुभव पाने में समय लगेगा,ज्ञान हो जायगा तो आप उच्च कोटि के वीडियो टेक्नीशीयन बन जायेंगे । FFMPEG के वेबसाइट तथा गूगल सर्च द्वारा उनका विवरण जान सकते हैं । VideoEditing_All.txt में मैंनें विस्तार से उनका वर्णन किया था,उसे डाउनलोड करने का लिंक है=
VideoEditing_All.txt

FFMPEG के अधिकांश फिल्टर अभीतक डेडिकेटेड ग्राफिक कार्ड (GPU) हेतु नहीं बन सके हैं,अतः CPU मोड में गति धीमी मिलेगी । SmartVideoEditor में डिफॉल्ट मोड CPU है,किन्तु GPU मोड भी उपलब्ध है जिसका तभी प्रयोग करें जब उक्त फिल्टर GPU मोड हेतु बन चुका हो । इसकी जानकारी नेट से भी नहीं मिलेगी,प्रयोग द्वारा ही पता चलेगा ।

मनचाही वीडियो और ऑडियो एडिटिंग

प्रोग्राम चलाने पर sPlay.txt और sRender.txt फाइल प्रोग्राम पथ में बनेंगे जिनमें विण्डो कमाण्ड प्रॉम्प्ट पर कार्य करने वाला सिण्टैक्स बना−बनाया मिलेगा,जो तभी कार्य करेगा जब उपरोक्त निर्देशानुसार ffmpeg.exe एवं ffplay.exe विण्डो सिस्टम फोल्डर में हों । विण्डो कमाण्ड प्रॉम्प्ट को इसके लिये एडमिन मोड में मत चलायें । विण्डो कमाण्ड प्रॉम्प्ट में ffmpeg उपरोक्त sPlay.txt और sRender.txt द्वारा सीख लेंगे,जो बहुत आसान है,तो उन फिल्टरों को भी एप्लाई कर सकेंगे जो किसी कारणवश SmartVideoStudio में नहीं चल पाते अथवा SmartVideoStudio में हैं ही नहीं । FFMPEG के अपने वेबसाइट https://www.ffmpeg.org पर जाकर नये फिल्टरों के सिण्टैक्स वहाँ से अथवा गूगल सर्च द्वारा सीखकर विण्डो कमाण्ड प्रॉम्प्ट में sPlay.txt और sRender.txt के अनुसार उसमें जोड़कर अनगिनत फिल्टरों और कोडेकों को एप्लाई कर सकते हैं,अर्थात् सम्पूर्ण FFMPEG लाइब्रेरी का लाभ उठा सकते हैं जो विश्व के किसी वीडियो सॉफ्टवेयर में सम्भव नहीं है । इसकी विधि निम्न है ।

SmartVideoStudio में किसी वीडियो और ऑडियो फिल्टर को चुनकर एकबार Play बटन दबा दें और पूरा वीडियो नहीं देखना हो तो कीबोर्ड पर Q बटन दबा दें । तब एक बार Render बटन दबाकर पूरे वीडियो पर फिल्टरों को एप्लाई होने दें और नया वीडिया बनायें अथवा Q बटन दबाकर बीच में रोक दें । तब प्रोग्राम पथ में नवीन sPlay.txt और sRender.txt फाइलें बन जायेंगी । अब यदि FFMPEG का कोई नया फिल्टर जोड़ना हो तो पहले sRender.txt खोलें । एक उदाहरण है —

ffmpeg -i Z:\Panj.mp4 -pix_fmt yuv420p -vcodec h264 -preset medium -tune film -crf 23 -filter:v "super2xsai,removegrain=19,scale=w=1*iw:h=1*ih" Z:\Panj_Out.mp4

यदि वीडियो की गुणवत्ता नियन्त्रित करना चाहते हैं तो उसमें निम्न अंश जोड़कर नया सिण्टैक्स बनायें —

ffmpeg -i Z:\Panj.mp4 -pix_fmt yuv420p -vcodec h264 -b:v 1700k -minrate 1700k -maxrate 1700k -bufsize 1700k -tune film -crf 23 -sws_flags spline+accurate_rnd+full_chroma_int -color_range 1 -colorspace 1 -color_primaries 1 -color_trc 1 -filter:v "super2xsai,removegrain=19,scale=w=1*iw:h=1*ih" Z:\Panj_Out.mp4

SmartVideoStudio में वाञ्छित वीडियो चुनकर File Information Summary पढ़ें,उसमें codec_name=h264 के बदले कोई दूसरा कोडेग हो तो जो हो उसी का नाम उपरोक्त सिण्टैक्स में टाइप करें । वीडियो का width और height यथावत चाहते हैं तो scale=w=1*iw:h=1*ih रखें,वरना बदलें,जैसे कि २०% बढ़ाना है तो scale=w=1.2*iw:h=1.2*ih रखें । किन्तु इस प्रकार स्केल बढ़ाने पर गुणवत्ता घटती है,बिना super2xsai के स्केल मत बढ़ायें । इससे भी बेहतर है कि scale=w=1*iw:h=1*ih के बदले scale=1920:1080 का प्रयोग करें जिसमें 1920:1080 के बदले मनचाहे स्केल डाल सकते हैं । स्केल घटाने पर गुणवत्ता नहीं घटती किन्तु वीडियो का आकार घटता है । स्केल बढ़ाना हो तो super2xsai द्वारा दोगुणा करें और उसके पश्चात scale=1920:1080 लिखकर मनचाहे स्केल में घटा लें,scale का प्रयोग आकार बढ़ाने के लिये मत करें ।

crf का मान 23 डिफॉल्ट है,गुणवत्ता बढ़ानी हो तो super2xsai के साथ crf का मान घटाना भी आवश्यक है और bufsize आदि बढ़ाना पड़ेगा । सामान्य अभ्यास यह बनायें कि -b:v 1700k -minrate 1700k -maxrate 1700k -bufsize 1700k में चारों मानों को एकसाथ 1700k से न्यून वा अधिक करें । File Information Summary में bit_rate जो मिले उसे 1024 से भाग देने पर k यूनिट में मान मिलेंगे,उसे बढ़ाने पर गुणवत्ता बढ़ेगी किन्तु super2xsai द्वारा गुणवत्ता बढ़ाने पर ही bit_rate बढ़ायें,एक बार super2xsai एप्लाई करने पर bit_rate अधिकतम चार गुणा बढ़ा सकते हैं । bit_rate में उपरोक्त चारों पैरामीटर आते हैं जिनको इकट्ठे बढ़ायें वा घटायें । bit_rate द्वारा फाइल के आकार को नियन्त्रित कर सकते हैं । bit_rate बढ़ाने पर crf घटाना पड़ेगा,और bit_rate घटाने पर crf बढ़ाना पड़ेगा । crf को पूरी तरह हटा भी सकते हैं किन्तु bit_rate का प्रयोग सीख लें ।

File Information Summary में pix_fmt जो मिले वही रखें,उसे बदल सकते हैं किन्तु pix_fmt के बारे में अनुभव नहीं है तो मत बदलें ।

-filter:v के पश्चात डबल−कोट के अन्दर मनचाहे वीडियो फिल्टरों को जोड़ सकते हैं,किन्तु एक बार में अधिक फिल्टरों को मत दें । उपरोक्त सिण्टैक्स में super2xsai ,removegrain तथा scale है । इसी में यदि शार्पनेस भी जोड़ना है तो पूरा कोड बनेगा=

ffmpeg -i Z:\Panj.mp4 -pix_fmt yuv420p -vcodec h264 -b:v 1700k -minrate 1700k -maxrate 1700k -bufsize 1700k -tune film -crf 23 -sws_flags spline+accurate_rnd+full_chroma_int -color_range 1 -colorspace 1 -color_primaries 1 -color_trc 1 -filter:v "super2xsai,unsharp=5:5:1.0:5:5:0,removegrain=19,scale=w=1*iw:h=1*ih" -acodec copy Z:\Panj_Out.mp4

-acodec copy रखने पर ऑडियो ज्यों का त्यों रहेगा । किन्तु यदि ऑडियो में कोई फिल्टर जोड़ना है तो इसके बदले उसे जोड़े,जैसे कि =

-af "superequalizer=10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10:10,dynaudnorm"

उपरोक्त में १८ बैण्ड का ग्राफिक इक्वलाइजर है । सङ्गीत में bass बढ़ाने के लिये निम्न अर्थात् आरम्भिक बैण्डों को बढ़ायें और treble बढ़ाने के लिये उच्च अर्थात् बाद वाले बैण्डों को बढ़ायें,बैण्डों का मान वक्र होना चाहिये जिसमें बीच वाले बैण्ड नीचे हों । vocal हेतु विपरीत क्रम हों,बीच वाले बैण्ड अधिक हों । स्पीकर सिस्टम में bass झेलने की क्षमता न हो तो आरम्भिक बैण्डों को घटा वा हटा सकते हैं ।

VideoEditing_All.txt पढ़कर सिण्टैक्स बदलना सीख सकते हैं । अब जो सिण्टैक्स पसन्द हो उसे विण्डो कमाण्ड प्रॉम्प्ट पर रन करें । VideoEditing_All.txt में जो फिल्टर नहीं हैं उनको भी FFMPEG वेबसाइट वा गूगल सर्च द्वारा सीखकर जोड़ सकते हैं । कृत्रिम बुद्धि के ट्रेण्ड मॉडल बनाना जानते हैं तो उसे भी FFMPEG में जोड़ सकते हैं । इस प्रकार मनचाही वीडियो और ऑडियो एडिटिंग कर सकते हैं ।
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ब्लेण्डिंग

दो वीडियो को मिक्स करके तीसरा वीडियो बनाने के लिये blend फिल्टर सीखना पड़ेगा । इसमें सिद्धहस्त हो जायेंगे तो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रुकती हुई ट्रेन को आप विजय चौक पर संसद के आगे रुकता हुआ दिखा सकते हैं । कठिन है किन्तु सम्भव है । एक छोटा सा सरल उदाहरण है (दोनों इनपुटों के रिजॉल्यूशन समान हों) =

ffmpeg -i input1.mp4 -i input2.mp4 -filter_complex "blend=difference" output.mp4

difference की तरह कुल २३ ब्लेण्डिंग ऑप्शन हैं । किसी वीडियो में धीरे धीरे रङ्ग जुड़ता हुआ बनाना हो तो=

ffmpeg -i input1.mp4 -i blue.mp4 -filter_complex "blend=lighten" output.mp4

इस प्रकार Instagram की तरह वाले फिल्टरों को बना सकते हैं ।

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