समस्त भारतीय इतिहास तथा मानव-उत्पत्ति को 12000 वर्षों में समेटने तथा श्रीराम का काल ईसापूर्व 5114 में स्थापित करने के लिए I-SERVE नाम की एक संस्था 2004 ईस्वी से कार्यरत है जिसमें आर्यसमाजी गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति और वी कुटुम्ब शास्त्री जैसे अनेक कुलपति, वरिष्ठ नौकरशाह और चोटी के खगोल-वैज्ञानिक सम्मिलित हैं | 2015 ईस्वी में इनके द्वारा दुष्प्रचार तथा गलत गणित का खण्डन करने के उद्देश्य से मैंने "इतिहास का उपहास : श्रीराम जन्मतिथि एवं जन्मकुण्डली की भ्रामक व्याख्या का निराकरण" (Mockery of History : Refutation of Wrong Birthdate and Horoscope of Lord Rama) लिखा था, जिसका 25-12-2015 में अखिल भारतीय विद्वत् परिषत् ने प्रकाशन कराया |
भारत सरकार के चोटी के उपरोक्त खगोल-वैज्ञानिक कितने मूर्ख हैं इसका प्रमाण मेरी पुस्तिका में प्रस्तुत किया गया है |
उसके पश्चात अभीतक I-SERVE की ओर से कोई प्रत्युत्तर नहीं आया है | मेरी पुस्तिका केवल 36 पृष्ठों की है (विषय-सूची आदि छोड़कर), किन्तु इसमें I-SERVE के गलत ग्रहगणित के खण्डन के अलावा एक अत्यन्त महत्वपूर्व जानकारी है जिसका लाभ उनको भी मिल सकता है जिन्हें श्रीराम के जन्मकाल पर बहस में रूचि नहीं है : अमरीकी संस्था NASA द्वारा प्रयुक्त ग्रह-गणित की आधुनिकतम पद्धति का सोदाहरण वर्णन मैंने कर दिया है (जिसका प्रयोग अत्याधुनिक मिसाइलों आदि के स्वचालन हेतु किया जाता है) ताकि स्कूली स्तर के गणित और खगोलविज्ञान की जानकारी रखने वाला कोई भी सामान्य व्यक्ति शुद्ध गणना कर सके | इस छोटी सी पुस्तिका को जो ठीक से पढ़ लेगा वह व्यक्ति 30390 वर्षों का अत्याधुनिक पद्धति द्वारा शुद्ध दृक-पक्षीय ग्रह-गणित कर सकेगा ; किन्तु कम्प्यूटर का प्रयोग अनिवार्य है | दृक-पक्षीय ग्रह-गणित का अर्थ है भौतिक ग्रहों का गणित |
इतना ही नहीं, NASA के खगोलवैज्ञानिक गणितीय मण्डली के प्रमुख Dr Standish के JPL (Jet Propulsion Laboratory) के DE श्रृंखला के एफेमेरिस तथा उन्हीं Dr Standish के सहयोग से Dieter Koch और Alois Treindl द्वारा विकसित Swiss Ephemeris द्वारा Dieter Koch ने अपने कंप्यूटर पर जो गणना की उसका स्क्रीनशॉट भी मैंने दिया है जो प्रमाणित करता है कि पश्चिम के वैज्ञानिकों ने इस पुस्तिका के लेखन और प्रामाणिकता को पुख्ता करने में मेरा सहयोग किया है |
अखिल भारतीय विद्वत् परिषत् के राष्ट्रिय संयोजक डॉ कामेश्वर उपाध्याय ने इस पुस्तक का सम्पादकीय लिखा है और इसके प्रकाशन तथा वितरण का प्रभार भी उनके ही जिम्मे है | अखिल भारतीय विद्वत् परिषत् ज्ञान-विज्ञान के हर क्षेत्र में लगे व्यक्तियों को हर प्रकार से सहयोग देने वाली राष्ट्रिय स्तर की संस्था है |
यह पुस्तक अभी तक केवल पुस्तकाकार ही उपलब्ध थी, पहली बार 3 सितम्बर 2016 को इस पुस्तक को इन्टरनेट पर अपलोड किया जा रहा है ताकि हर कोई मुफ्त में पढ़ सके | इस पुस्तिका को डाउनलोड करने का लिंक निम्नोक्त है :—
(1)
इतिहास का उपहास
(2)
दूसरा लिंक है गूगल ड्राइव का :—
इतिहास का उपहास - गूगल ड्राइव
अखिल भारतीय विद्वत् परिषत् अन्य कार्यों के साथ-साथ भारत-विद्या से सम्बद्ध ग्रन्थों का भी प्रकाशन करती रही है | हाल में एक उल्लेखनीय प्रकाशन है "हिन्दू जीवन पद्धति" (लेखक : डॉ कामेश्वर उपाध्याय)|
'अखिल भारतीय विद्वत् परिषत्' द्वारा प्रकाशित पुस्तकें मंगाने का पता भी मेरी उपरोक्त पुस्तिका में दिया गया है |
अखिल भारतीय विद्वत् परिषत् की दिल्ली शाखा के प्रमुख हैं डॉ ओमप्रकाश पाण्डेय जी, जो स्वर्गीय नरसिम्ह राव जी के कार्यकाल में केन्द्र सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार थे |
Mockery of History (इतिहास का उपहास) - Horoscope Of Lord Ram
page revision: 9, last edited: 03 Sep 2016 18:38