जिस प्रकार 360 वर्षों का एक दिव्य-वर्ष होता है वैसे ही 30 वर्षों का एक दिव्य-मास होता है जिसका महत्त्व हर स्तर के मेदिनी-चक्रों में होता है | दिव्य वर्ष की गणना सृष्टि के आदि से आरम्भ होती है, अभी जो दिव्य वर्ष चल रहा है उसका आरम्भ 1939 की निरायण मेष-संक्रान्ति को हुआ और इसके तीसरे दिव्य मास का काल है 1999 से 2029 ईस्वी |
Kundalee सॉफ्टवेयर में "मेदिनी" फोल्डर के अन्तर्गत "Meru WorldChart" चुनने पर केवल एक कार्य करना होगा, बाँई ओर वर्ष के खाने में डिफ़ॉल्ट को हटाकर 1999 टाइप कर दें और सीधे START बटन दबा दें, मानचित्र पर कुण्डली बन जायेगी और उसके विभिन्न पन्ने भी तैयार हो जायेंगे | भावचलित वाले पन्ने पर "चक्र" बटन दबाने पर आप्शन पूछेगा तो दिव्य-मास वाला आप्शन 3 टाइप कर दें, चक्र में तीस वर्षों की चक्रात्मक कुण्डली मिल जायेगी जिसमें माउस टहलने पर वान्छित समय पर प्रभावी भाव और ग्रहों का पता चल जाएगा |